10वीं पास करने के बाद क्या करें: अब दसवीं के बाद कैरियर बनाना आसान

Admin
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दसवीं पास करने के बाद विद्यार्थियों के मन में यह सवाल जरूर आता है कि दसवीं पास करने के बाद करियर के लिए कौन सा विकल्प चुनना चाहिए। खासकर यह सवाल उन लोगों के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है जो अपने पढ़ाई को जल्दी समाप्त करके कार्य करने के लिए उत्साहित होते हैं। आज के इस लेख में हम दसवीं पास करने के बाद क्या करना चाहिए और उपलब्ध विभिन्न तरह के करियर विकल्पों के बारे में भी विस्तार से चर्चा करेंगे।

10वीं पास करने के बाद क्या करें

दसवीं पास करने के बाद आपको निम्न तरह के करियर विकल्पों की ओर ध्यान देना चाहिए:

1. स्किल डेवलपमेंट कोर्सेज

दसवीं पास करने के बाद विद्यार्थियों के लिए स्किल डेवलपमेंट कोर्सेज एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इस तरह के कोर्सेज के माध्यम से विद्यार्थी अलग-अलग तकनीक और नॉन टेक्निकल स्केल के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करते हैं। स्किल डेवलपमेंट कोर्सेज के माध्यम से उन्हें विभिन्न तकनीकी और नॉन टेक्निकल स्किल सीखने को मिलती है। स्किल डेवलपमेंट कोर्सेज करने के बाद आपको जल्दी रोजगार मिलने की संभावना रहती है।

स्किल डेवलपमेंट कोर्सेज के अंतर्गत कई प्रकार की तकनीकी स्किल और नॉन टेक्निकल स्किल सीखने को मिलती है। इन तकनीकी स्किलों के बारे में नीचे बताया गया है:

इलेक्ट्रिकल वर्क – इलेक्ट्रिकल वर्क एक लोकप्रिय विकल्प होता है जिसके अंतर्गत विद्यार्थियों को वायरिंग, विद्युत उपकरणों की मरम्मत के बारे में सिखाया जाता है।

मैकेनिकल कोर्स – इस कोर्स के अंदर विद्यार्थियों को वाहनों की मरम्मत और सर्विसिंग के बारे में जानकारी प्रदान की जाती है। वाहनों की मरम्मत के क्षेत्र में अपना करियर बनाने के लिए मैकेनिक कोर्स सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है।

ब्यूटीशियन कोर्स – नाम से ही पता चल रहा है कि यह कोर्स लड़कियों के लिए अधिक उपयोगी होता है। इस कोर्स के अंतर्गत लड़कियों को मेकअप, हेयर स्टाइल और स्किन केयर की ट्रेनिंग दी जाती है। लड़कियों के मेकअप और उनके हेयर स्टाइल के बारे में इसी कोर्स में बताया जाता है।

2. आईटीआई (इंडस्ट्रियल ट्रेंनिंग इंस्टीट्यूट)

आईटीआई एक प्रकार की डिग्री होती है जो विभिन्न तकनीकी कोर्सेज में अलग-अलग ट्रेनिंग प्रदान करती है। आईटीआई कोर्स विभिन्न क्षेत्रों में दसवीं पास विद्यार्थियों को रोजगार के अवसर प्रदान करता है। आज के समय में आईटीआई कोर्सेज दसवीं पास विद्यार्थियों के लिए तकनीकी शिक्षा और व्यावसायिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण शिक्षा प्रदान करने का एक प्रमुख माध्यम बन गया है।

प्रमुख आईटीआई कोर्सेज जिनके नाम निम्न प्रकार है:

  • फिटर
  • वेल्डर
  • इलेक्ट्रीशियन
  • कारपेंटर
  • प्लंबर

फिटर – आईटीआई के अंतर्गत एक होता है जिसे फिटर कोर्स कहते हैं। इस कोर्स के अंतर्गत विद्यार्थियों को मशीनों और उपकरणों की सेटिंग और मरम्मत के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की जाती है। यह कोर्स 2 वर्ष का होता है। इस कोर्स के लिए न्यूनतम योग्यता 10वीं पास होना आवश्यक है। इस कोर्स को करने के बाद विद्यार्थी मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों, ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री और सरकारी विभाग में नौकरी कर सकते हैं।

वेल्डर – वेल्डर कोर्स करने की अवधि एक या दो वर्ष की होती है और इस कोर्स को पढ़ने के लिए योग्यता 10वीं पास होनी चाहिए। इस कोर्स के अंतर्गत विद्यार्थियों को गैस वेल्डिंग, लोहे की कटिंग और आर्क वेल्डिंग सिखाई जाती है। इस कोर्स के अंदर विद्यार्थियों को धातुओं को आपस में जोड़ने की तकनीक सिखाई जाती है। एक कोर्स मैन्युफैक्चरिंग कंपनी और निर्माण उद्योग कंपनियों में बेहद कम आता है।

इलेक्ट्रीशियन – इलेक्ट्रीशियन कोर्स के अंदर विद्युत प्रणाली की स्थापना और मरम्मत, इलेक्ट्रिकल उपकरणों की मरम्मत, उपकरणों के इंस्टॉलेशन के बारे में जानकारी दी जाती है। इस कोर्स के लिए योग्यता 10वीं पास है तथा यह कोर्स 2 वर्ष की अवधि में पूरा हो जाता है।

कारपेंटर कोर्स – कारपेंटर कोर्स करने के लिए शैक्षणिक योग्यता 10वीं पास होनी चाहिए। यह कोर्स 2 वर्ष की अवधि में पूरा हो जाता है। इस कोर्स के अंतर्गत लकड़ी की कटाई, फिनिशिंग और फर्नीचर निर्माण के लिए जानकारी दी जाती है। यह कोर्स फर्नीचर निर्माण कंपनियां और लकड़ी के कामकाज के लिए बेहद उपयोगी होता है।

प्लंबर कोर्स – प्लंबर कोर्स करने की अवधि 2 वर्ष की होती है और इस कोर्स के लिए शैक्षणिक योग्यता 10वीं पास होना आवश्यक है। इस कोर्स के अंतर्गत पानी के पाइप की फिटिंग, वाटर सप्लाई सिस्टम और गैस पाइपलाइन की स्थापना तथा उनकी मदद के बारे में तकनीक सिखाई जाती है। इस कोर्स को करने के बाद विद्यार्थी गैस पाइपलाइन की स्थापना कंपनियां, नगर निगम और निजी कंपनियों में काम कर सकते हैं।

3. खुद का व्यवसाय

दसवीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद खुद का व्यवसाय शुरू करना भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है। अगर विद्यार्थियों को किसी एक विशेष कौशल में जानकारी प्राप्त है तो वह अपना खुद का व्यवसाय भी शुरू कर सकते हैं। यदि कोई विद्यार्थी इलेक्ट्रीशियन में निपुण है तो वह अपनी खुद की इलेक्ट्रॉनिक दुकान खोल सकता है।

4. फ्रीलांसिंग और ऑनलाइन वर्क

आज के इस डिजिटल युग में फ्रीलांसिंग और ऑनलाइन वर्क करना भी एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। अगर विद्यार्थी के पास डिजिटल मार्केटिंग और ऑनलाइन वर्क से संबंधित जानकारी प्राप्त है तो वह ऑनलाइन वर्क आसानी से कर सकता है। ऑनलाइन वर्क करने के लिए विद्यार्थी वेबसाइट डिजाइन, एफिलिएट मार्केटिंग, फ्रीलांसिंग करके भी पैसा कमा सकते हैं।

निष्कर्ष

दसवीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद विद्यार्थियों को करियर की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाना चाहिए। उन्हें अपने रुचि और कौशल के अनुसार ही करियर क्षेत्र का चयन करना चाहिए। विद्यार्थी को जिस क्षेत्र में कैरियर बनाना है उसमें उसकी रुचि होनी चाहिए और उसे करियर क्षेत्र के बारे में ज्ञान प्राप्त होना चाहिए। आज की इस ब्लॉग पोस्ट में हमने दसवीं के बाद क्या करें? इसके बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की है। अगर आपको यह जानकारी उपयोगी लगी हो तो कमेंट करके जरूर बताएं और इस लेख को अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें।

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